नाथू ला (सिक्किम)। कैलाश मानसरोवर यात्रा 2025 का शुभारंभ गुरुवार को हुआ जब सिक्किम के राज्यपाल ओम प्रकाश माथुर ने नाथू ला दर्रे से तीर्थयात्रियों के पहले जत्थे को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह पवित्र यात्रा अगले अगस्त माह तक चलेगी, जिसमें श्रद्धालु कैलाश पर्वत और मानसरोवर झील की परिक्रमा कर पुण्य लाभ अर्जित करेंगे।
राज्यपाल ओपी माथुर ने इस अवसर पर तीर्थयात्रियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह यात्रा न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि आत्मिक शांति और साहस का भी परिचायक है। उन्होंने यात्रियों को स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखने की सलाह दी और कहा कि ऊंचाई वाले क्षेत्रों में मौसम और परिस्थितियां कठिन हो सकती हैं, इसलिए सतर्कता आवश्यक है।
यात्रा के पहले जत्थे के साथ इंडो-तिब्बतन बॉर्डर पुलिस (ITBP) के दो अधिकारी भी भेजे गए हैं, जो सुरक्षा और मार्गदर्शन की जिम्मेदारी निभाएंगे। प्रशासन की ओर से सभी व्यवस्थाएं पूर्ण कर दी गई हैं, जिनमें चिकित्सा सुविधा, आपात सहायता, विश्राम स्थल और संचार व्यवस्थाएं शामिल हैं।
कैलाश मानसरोवर यात्रा हर वर्ष सीमित समय के लिए आयोजित की जाती है और इसके माध्यम से श्रद्धालु हिंदू, बौद्ध, जैन और बोन धर्मों के इस अत्यंत पवित्र स्थल के दर्शन करते हैं। नाथू ला मार्ग के माध्यम से यात्रा करने वाले यात्री चीनी सीमा से होकर तिब्बत क्षेत्र में प्रवेश करते हैं।
यह यात्रा साहस, संकल्प और श्रद्धा का अद्वितीय संगम है, जो हर श्रद्धालु को एक अद्वितीय आध्यात्मिक अनुभव प्रदान करती है।