Friday, 06 June 2025

"राजस्थान वाहिनी भारत गौरव पर्यटक ट्रेन" से रामेश्वरम तीर्थयात्रा का शुभारंभ कल, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा देंगे हरी झंडी


"राजस्थान वाहिनी भारत गौरव पर्यटक ट्रेन" से रामेश्वरम तीर्थयात्रा का शुभारंभ कल, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा देंगे हरी झंडी

जयपुर। राजस्थान सरकार की ऐतिहासिक पहल पर पहली बार राज्य के वरिष्ठ नागरिक वातानुकूलित विशेष ट्रेन से नि:शुल्क तीर्थ यात्रा पर भेजे जा रहे हैं। "राजस्थान वाहिनी भारत गौरव पर्यटक ट्रेन" के नाम से सुसज्जित इस भव्य ट्रेन का शुभारंभ शुक्रवार को मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा दुर्गापुरा रेलवे स्टेशन (जयपुर) से हरी झंडी दिखाकर करेंगे। यह अवसर निर्जला एकादशी जैसे पवित्र दिन पर आयोजित किया गया है।

यह ट्रेन राज्य सरकार के देवस्थान विभाग की वरिष्ठ नागरिक तीर्थयात्रा योजना-2025 के अंतर्गत चलाई जा रही है। पहली बार वातानुकूलित कोचों में लगभग 800 तीर्थयात्री सवाई माधोपुर के रास्ते रामेश्वरम व मदुरै के लिए रवाना होंगे। यात्रा 8 दिनों की होगी, जिसमें रामनाथ स्वामी ज्योतिर्लिंग, धनुषकोटि, ब्रह्मकुंड और मीनाक्षी मंदिर मदुरै के दर्शन कराए जाएंगे।

हर यात्री को पूरी यात्रा के दौरान आवास, भोजन, यातायात और देखरेख की नि:शुल्क व्यवस्था दी जाएगी। प्रत्येक कोच में 2 सरकारी कर्मचारी, एक प्रभारी अधिकारी, एक डॉक्टर और 2 नर्सिंग स्टाफ की भी तैनाती होगी। यात्रियों को अपना जनआधार/आधार कार्ड, चिकित्सकीय प्रमाण पत्र और आवेदन पत्र की हार्ड कॉपी साथ लानी होगी।

इस ट्रेन की सबसे खास बात इसकी राजस्थानी सांस्कृतिक साज-सज्जा है। 14 कोचों में से 10 यात्री कोच हैं, जिन्हें राजस्थान की धरोहर, मंदिर, नृत्य, उत्सव, पशु-पक्षी और राजसी वैभव को दर्शाते हुए सजाया गया है। पैंट्री कार में केर-सांगरी, बाजरे की रोटी, राबड़ी आदि व्यंजनों का प्रदर्शन किया गया है।

भारतीय सेना में राजस्थान के योगदान को समर्पित एक कोच में जैसलमेर वॉर म्यूजियम, तनोट बॉर्डर व महाजन फायरिंग रेंज की झलक देखने को मिलेगी। पीताभ केसरिया रंग को ट्रेन की डिजाइन में प्राथमिकता दी गई है, जो मरुधरा में सूर्योदय व सूर्यास्त का प्रतीक है।

यात्रियों की सुविधा के लिए एक ऐप आधारित सूचना प्रणाली भी शुरू की गई है, जिससे तीर्थयात्रियों को स्टेशन पर पहुंचने की सूचना समय से दी जा सकेगी। प्रस्थान के समय श्रीकृष्ण रास का कार्यक्रम होगा और प्रत्येक तीर्थयात्री को तुलसी माला व पटवस्त्र भेंट कर विदा किया जाएगा।

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