अजमेर।नाथों की बगीची स्थित तपोभूमि पर चल रही महंत गोवर्धन नाथ महाराज की 21 दिवसीय अग्निकुंड तपस्या का पावन समापन 5 जून 2025 को होने जा रहा है। इस अवसर पर प्रातः 9:00 बजे से पूर्णाहुति समारोह का आयोजन किया गया है, जिसमें साधु-संतों, श्रद्धालुओं और धर्मप्रेमियों की उपस्थिति में विधिवत रूप से तपस्या की पूर्णाहुति संपन्न होगी।
इस तपस्या को लेकर सनातन धर्म रक्षा संघ अजयमेरु, राजस्थान के अध्यक्ष एवं पूर्व न्यायाधीश अजय शर्मा ने बताया कि महंत गोवर्धन नाथ महाराज ने यह तपस्या 17 मई 2025 को आरंभ की थी। यह उनकी ग्यारहवीं अग्निकुंड तपस्या है, जिसे वे अपने गुरु के आदेशानुसार पूर्ण कर रहे हैं। उन्होंने कुल 12 अग्निकुंड तपस्याएं करने का संकल्प लिया है, जिनमें से यह 11वीं तपस्या है।
समारोह के आयोजकों ने बताया कि यह तपस्या और उसका समापन समारोह सनातन धर्म की साधना परंपरा, त्याग, तपस्या और गुरु-शिष्य परंपरा का जीवंत उदाहरण है। यह कार्यक्रम आध्यात्मिक चेतना को जागृत करने और समाज में धार्मिक आस्था और समर्पण की भावना को सुदृढ़ करने वाला होगा।
कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आसपास के जिलों से धर्म प्रेमियों का आगमन अपेक्षित है और आयोजन स्थल पर विशेष व्यवस्थाएं की जा रही हैं।