Tuesday, 27 May 2025

सुप्रीम कोर्ट में नियुक्ति के लिए कॉलेजियम ने तीन जजों के नाम किए प्रस्तावित, राजस्थान के जस्टिस विजय बिश्नोई भी शामिल


सुप्रीम कोर्ट में नियुक्ति के लिए कॉलेजियम ने तीन जजों के नाम किए प्रस्तावित, राजस्थान के जस्टिस विजय बिश्नोई भी शामिल

नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने देश की सर्वोच्च अदालत में तीन नए न्यायाधीशों की नियुक्ति के लिए नामों की अनुशंसा की है। यह सिफारिश हाल ही में देश के 51वें मुख्य न्यायाधीश बने जस्टिस बीआर गवई की अध्यक्षता में की गई है। इस कदम से सुप्रीम कोर्ट में जजों की संख्या में वृद्धि होगी, जिससे न्यायिक कार्यों की गति और गुणवत्ता दोनों को मजबूती मिलेगी।

कॉलेजियम द्वारा प्रस्तावित तीन नामों में गुवाहाटी हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस विजय बिश्नोई, कर्नाटक हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस एनवी अंजारिया और बॉम्बे हाईकोर्ट के वरिष्ठ न्यायाधीश जस्टिस अतुल एस. चंदुरकर शामिल हैं।

जस्टिस विजय बिश्नोई: जो मूल रूप से राजस्थान हाईकोर्ट से हैं, ने वर्ष 1989 में वकालत शुरू की थी। वे राजस्थान हाईकोर्ट और सेंट्रल एडमिनिस्ट्रेटिव ट्रिब्यूनल, जोधपुर में विविध मामलों की पैरवी करते रहे हैं। 2013 में उन्हें राजस्थान हाईकोर्ट का अतिरिक्त न्यायाधीश बनाया गया और 2015 में स्थायी नियुक्ति मिली। हाल ही में 5 फरवरी 2024 को उन्हें गुवाहाटी हाईकोर्ट का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया था।

जस्टिस एनवी अंजारिया: जिनका मूल न्यायालय गुजरात है, ने 1988 में वरिष्ठ अधिवक्ता एसएन शेलत के साथ वकालत की शुरुआत की। वे संवैधानिक, श्रम, सेवा और सिविल मामलों में विशेषज्ञ हैं। गुजरात हाईकोर्ट में वे 2011 में अतिरिक्त न्यायाधीश और 2013 में स्थायी न्यायाधीश नियुक्त हुए। 25 फरवरी 2024 को उन्होंने कर्नाटक हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश पद की शपथ ली थी।

जस्टिस अतुल एस. चंदुरकर: बॉम्बे हाईकोर्ट के नागपुर बेंच में लंबे समय से सेवाएं दे रहे हैं। उन्होंने 1988 में वकालत की शुरुआत की और नागपुर में सिविल, संवैधानिक और प्रशासनिक कानून में विशेषज्ञता अर्जित की। वे 2013 से बॉम्बे हाईकोर्ट में न्यायाधीश के रूप में कार्यरत हैं।

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