जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भयावह आतंकी हमले को लेकर इंटेलिजेंस सूत्रों ने बड़ा खुलासा किया है। सूत्रों के अनुसार, इस हमले को अंजाम देने वाले चार आतंकियों में दो विदेशी और दो स्थानीय शामिल थे। यह हमला 23 अप्रैल को दोपहर करीब 2:45 बजे बैसरन घाटी में किया गया था, जिसमें 27 पर्यटकों की जान गई और 20 से अधिक लोग घायल हुए।
खुफिया एजेंसियों का कहना है कि आतंकियों ने पहले पर्यटकों की पहचान पूछी और फिर सिर में गोली मारकर हत्या कर दी। हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा के सहयोगी संगठन ‘द रजिस्टेंस फ्रंट’ (TRF) ने ली है।
इस हमले के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने पूरे जम्मू-कश्मीर में चौकसी बढ़ा दी है। इसी दौरान उरी सेक्टर में घुसपैठ की कोशिश कर रहे दो आतंकवादियों को सेना ने मुठभेड़ में मार गिराया। सेना के सूत्रों ने बताया कि आतंकी एलओसी पार कर भारत में घुसने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन सतर्क जवानों ने उन्हें पहले ही देख लिया और जवाबी कार्रवाई की।
सुरक्षा बलों ने दोनों घटनाओं को देखते हुए जम्मू-कश्मीर के संवेदनशील इलाकों में सर्च ऑपरेशन तेज कर दिया है। एनएसए, सेना प्रमुख, और गृह मंत्रालय लगातार स्थिति की मॉनिटरिंग कर रहे हैं।