जयपुर राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन (आरसीए) की एडहॉक कमेटी पर राज्य सरकार ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। खेल विभाग ने वित्तीय अनियमितताओं की शिकायत के बाद कमेटी को नोटिस जारी कर पिछले एक वर्ष में हुए सभी खर्चों का विस्तृत ब्योरा मांगा है।
खेल विभाग के सचिव नीरज कुमार पवन ने बताया कि उन्हें आरसीए से संबंधित वित्तीय गड़बड़ियों की शिकायत प्राप्त हुई थी।
“शिकायतें मिली हैं कि एडहॉक कमेटी के कुछ पदाधिकारी आरसीए के फंड्स का निजी खर्चों में उपयोग कर रहे हैं। इसलिए पूरे खर्च की विस्तृत जांच जरूरी हो गई है।”
आरसीए की एडहॉक कमेटी का गठन एक साल पहले किया गया था।शिकायत में कहा गया है कि कमेटी ने खिलाड़ियों की बजाय अपने निजी दौरों, यात्राओं और अन्य गतिविधियों पर संघ के पैसे खर्च किए।हाल ही में हुए 'अभियान सम्मान समारोह' को लेकर भी कमेटी पर अनावश्यक खर्च और पक्षपात के आरोप लगे थे।
खेल विभाग ने एडहॉक कमेटी से हर खर्च की रसीद और स्वीकृति दस्तावेजों सहित रिपोर्ट मांगी है।अगर खर्चों में अनियमितता पाई जाती है तो वित्तीय जांच के बाद कार्रवाई और रिकवरी की संभावनाएं हैं।साथ ही आरसीए में नई कमेटी के गठन की प्रक्रिया को भी तेज कर दिया गया है, जिससे आरसीए में नियमित और पारदर्शी प्रशासन स्थापित किया जा सके।
आरसीए लंबे समय से राजनीतिक हस्तक्षेप, आपसी खींचतान और वित्तीय विवादों से घिरा रहा है। जयदीप बिहाणी के नेतृत्व में बनी एडहॉक कमेटी को लेकर भी कई जिलों के संघों और पुराने पदाधिकारियों ने पारदर्शिता और जवाबदेही को लेकर प्रश्न उठाए हैं।