कोटा के जे.के. लोन अस्पताल में गैस रिसाव से प्रभावित बच्चों का हाल जानने के लिए सोमवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर पहुंचे। उन्होंने डॉक्टरों से बच्चों की स्वास्थ्य स्थिति की जानकारी ली और समुचित इलाज के निर्देश दिए।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने अस्पताल में भर्ती सभी बच्चों से मुलाकात की और डॉक्टरों को उनकी लगातार निगरानी के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रशासन इस घटना की विस्तृत जांच करे और रिपोर्ट के आधार पर आवश्यक कार्रवाई की जाए। साथ ही, पीड़ित परिवारों को हरसंभव सहायता देने का आश्वासन दिया। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए फैक्ट्री मालिकों को सख्त दिशा-निर्देश जारी किए जाएं।
ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने बताया कि बच्चों के इलाज के लिए मेडिकल बोर्ड गठित किया गया है और सभी बच्चों की स्वास्थ्य स्थिति स्थिर बनी हुई है। उन्होंने कहा कि बच्चों को तभी अस्पताल से छुट्टी दी जाएगी जब उनके माता-पिता पूरी तरह संतुष्ट होंगे।
ऊर्जा मंत्री ने बताया कि गैस रिसाव के कारण बच्चों में आंखों में जलन, आंसू आना, सांस लेने में परेशानी, गले में जलन और अजीब गंध महसूस होने जैसे लक्षण देखे गए। उन्होंने कहा कि घटना की जांच जारी है और यह स्पष्ट किया जाएगा कि गैस रिसाव कैसे हुआ और इसमें किसी की लापरवाही थी या नहीं।
इस दौरान मेडिकल कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. संगीता सक्सेना, जे.के. लोन अस्पताल की अधीक्षक डॉ. निर्मला शर्मा सहित विभिन्न विभागों के डॉक्टर भी उपस्थित रहे। प्रशासनिक अधिकारी भी अस्पताल में मौजूद रहे और स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।