राजस्थान विधानसभा में शुक्रवार को कांग्रेस विधायक मुकेश भाकर का निलंबन समाप्त कर दिया गया।
विधानसभा के सरकारी मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग ने मुकेश भाकर के निलंबन को खत्म करने का प्रस्ताव रखा, जिसे सदन ने स्वीकार कर लिया।
क्यों हुआ था मुकेश भाकर का निलंबन?: पिछले सत्र में अनुशासनहीनता और सदन में हंगामे के कारण कांग्रेस विधायक मुकेश भाकर को 6 महीने के लिए निलंबित कर दिया गया था।
उनका निलंबन 5 फरवरी 2025 तक के लिए था, लेकिन अब समय से पहले ही इसे समाप्त कर दिया गया है।
गुरुवार को भाकर ने विधानसभा में प्रवेश के लिए स्पीकर से अनुमति ली थी और कांग्रेस विधायक दल की बैठक में भी शामिल हुए थे।
क्या है इस फैसले के राजनीतिक मायने?:विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच समझौता:विधानसभा अध्यक्ष देवनानी और नेता प्रतिपक्ष के बीच बातचीत के बाद निलंबन को खत्म किया गया, जिससे सदन में शांति बनाए रखने का प्रयास किया गया है।
विधानसभा में सद्भाव का संदेश:विधानसभा अध्यक्ष देवनानी ने सभी पक्षों को मर्यादा में रहकर कार्यवाही चलाने की अपील की, जिससे भविष्य में हंगामा कम करने की कोशिश की जा रही है।
कांग्रेस को राहत:भाकर की वापसी से कांग्रेस को सदन में अपनी रणनीति को और मजबूती से रखने का मौका मिलेगा।