जयपुर: राजस्थान विधानसभा के बजट सत्र की शुरुआत हंगामेदार रही। शुक्रवार को राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े के अभिभाषण के दौरान कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष और विधायक गोविंद सिंह डोटासरा ने बीच में टोकाटाकी की, जिससे राज्यपाल और विधायक के बीच तीखी नोकझोंक हो गई।
विधानसभा में राज्यपाल और विधायक के बीच बहस का यह संभवत: पहला मामला है। डोटासरा के बोलने पर राज्यपाल बागड़े ने भी तल्ख अंदाज में जवाब दिया।
35 लाख करोड़ के निवेश की बुनियाद रखी गई
राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े ने कहा कि सरकार युवाओं को आगे बढ़ाने के लिए काम कर रही है। राजस्थान की अर्थव्यवस्था को 350 बिलियन डॉलर तक ले जाने का लक्ष्य है। इसे साकार करने के लिए राइजिंग राजस्थान समिति का सबसे बड़ा उदाहरण है।
राइजिंग राजस्थान में 35 लाख करोड़ के निवेश की मजबूत बुनियाद रखी। राइजिंग राजस्थान राजस्थान से राजस्थान का औद्योगिक उदय होगा।
राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े ने कहा कि गुजरात में जिस तरह वाइब्रेंट गुजरात समेत के जरिए देश-विदेश का निवेश आया उसी तरह राइजिंग राजस्थान में भी 32 देश के प्रतिनिधि आए।
पेपरलीक के खिलाफ 100 से ज्यादा FIR : हरिभाऊ बागड़े
राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े ने कहा- पिछली सरकार के वक्त पेपर लीक हुए। कई भर्ती परीक्षाओं में देरी की गई।
हमारी सरकार ने पिछली सरकार में हुए पेपर लीक के खिलाफ 100 से ज्यादा एफआईआर दर्ज कर जांच की है। युवाओं के लिए सरकार कई कदम उठा रही है।
राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े ने कहा -पिछली सरकार के वक्त प्रदेश अंधेरे में डूबा रहा
राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े ने कहा , मुझे यह कहने में कोई संकोच नहीं है कि पिछली सरकार के वक्त प्रदेश का ऊर्जा क्षेत्र अंधेरे में डूबा रहा।
हमारे थर्मल प्लांट कोयले की कमी से जूझते रहे। ऐसी विषम परिस्थितियों में हमारी सरकार ने केंद्र के मार्गदर्शन और छत्तीसगढ़ के साथ परसा ईस्ट कॉल ब्लॉक से कोयले का खनन फिर से शुरू करवाया, जिससे आप हमारे थर्मल पावर प्लांट को भरपूर कोयला मिल रहा है।
"हमारी सरकार वादों पर नहीं, काम करने में विश्वास रखती है। कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में इस योजना में देरी हुई और घोटाला हुआ। हमारी सरकार के कार्यकाल में अब गांवों तक पानी पहुंचाने का काम तेजी से हो रहा है।"
अब इस परियोजना को "राम जल सेतु परियोजना" का नाम दिया गया है और इसके लिए मध्य प्रदेश सरकार के साथ समझौता (MoU) भी किया गया है।
राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े ने भी तीखे शब्दों में जवाब दिया, जिससे सदन का माहौल गरमा गया।
यह पहला मौका था जब राज्यपाल और विधायक के बीच विधानसभा में सीधा टकराव हुआ।
जयपुर: राजस्थान विधानसभा का 16 वीं विधानसभा का तृतीय सत्र शुक्रवार, 2 फरवरी 2025 से शुरू हो रहा है। सत्र की शुरुआत प्रातः 11 बजे राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े के अभिभाषण से होगी।
राज्यपाल विधानसभा भवन पहुंचने पर विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी, मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा, मुख्य सचिव सुधांश पंत और विधानसभा के प्रमुख सचिव द्वारा स्वागत किया जाएगा। इसके बाद राज्यपाल बागड़े को गार्ड ऑफ ऑनर प्रस्तुत किया जाएगा और वे सलामी गारद का निरीक्षण करेंगे।
इसके बाद राज्यपाल को प्रोसेशन के साथ सदन में ले जाया जाएगा, जहां वे अपना अभिभाषण देंगे। इस अभिभाषण में सरकार की नीतियों, आगामी योजनाओं और राज्य की वित्तीय स्थिति का उल्लेख किया जाएगा।
भाकर को 6 महीने (5 फरवरी 2025 तक) के लिए निलंबित किया गया था।
गुरुवार को उन्होंने विधानसभा में प्रवेश के लिए विधानसभा अध्यक्ष देवनानी से अनुमति ली। इसके बाद ही निलंबित विधायक मुकेश भाकर कांग्रेस विधायक दल की बैठक में भी शामिल हुए। निलंबन की औपचारिक घोषणा सदन के अंदर की जाएगी।
सरकार की नीतियों का खाका: इस सत्र में राज्यपाल के अभिभाषण के माध्यम से सरकार की आगामी योजनाओं की झलक मिलेगी।
विधायी कार्य: राज्य सरकार नई नीतियों और विधेयकों को इस सत्र में पेश कर सकती है।
विपक्ष की भूमिका: विपक्ष इस सत्र में राज्य सरकार को कानून-व्यवस्था, बेरोजगारी, महंगाई, किसान मुद्दों पर घेर सकता है।