Thursday, 30 January 2025

माणक अलंकरण समारोह: पत्रकारिता को निष्पक्ष, प्रासंगिक और समाजोपयोगी बनाए रखना चुनौती: गजेंद्र सिंह शेखावत


माणक अलंकरण समारोह: पत्रकारिता को निष्पक्ष, प्रासंगिक और समाजोपयोगी बनाए रखना चुनौती: गजेंद्र सिंह शेखावत

केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर, झालाना डूंगरी में आयोजित 41वें, 42 वें और 43वें माणक अलंकरण समारोह में पत्रकारिता की बदलती चुनौतियों और उसके सामाजिक दायित्व पर विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता केवल एक पेशा नहीं, बल्कि एक मिशन है और ऐसे पत्रकारों का सम्मान आवश्यक है, जिन्होंने इसे समाजोपयोगी बनाए रखने का प्रयास किया है।

मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि मीडिया का स्वरूप तेजी से बदल रहा है, और डिजिटल युग में समाचारों और मनोरंजन के बीच का अंतर धुंधला हो गया है।

सनसनीखेज रिपोर्टिंग पर चिंता जताते हुए उन्होंने कहा कि 24x7 न्यूज चैनलों के दौर में खबरों को सनसनीखेज बनाना एक आम प्रवृत्ति हो गई है।

सोशल मीडिया पर गलत सूचना के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए उन्होंने कहा कि "घटनाओं का चीरहरण" करने की स्वतंत्रता ने पत्रकारों की जिम्मेदारी को और चुनौतीपूर्ण बना दिया है।

प्रिंट मीडिया में भी दरबारी और सरकारी पत्रकारिता के बढ़ते चलन पर उन्होंने चिंता व्यक्त की और कहा कि पत्रकारों को स्वतंत्रता और सत्य का पालन करना होगा।

राजस्थानी भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने की माँग: शेखावत ने माणक अलंकरण समारोह के संस्थापक पदम मेहता के मिशन की सराहना करते हुए राजस्थानी भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने की पुरजोर वकालत की। उन्होंने कहा कि भाषा हमारी संस्कृति और धरोहरों को संरक्षित रखने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है।


विशिष्ट वक्ताओं के विचार:नेता प्रतिपक्ष टीकाराम ने प्रेस की स्वतंत्रता में गिरावट पर चिंता जताई और कहा कि बिना सरकारी विज्ञापनों के समाचार पत्रों का संचालन मुश्किल हो गया है।

सिविल लाइंस भाजपा विधायक एवं प्रधान संपादक, महानगर टाइम्स गोपाल शर्मा ने माणक अलंकरण की महत्ता को रेखांकित करते हुए कहा कि पत्रकारिता केवल सूचना देने का माध्यम नहीं, बल्कि समाज को दिशा देने का दायित्व भी निभाती है।

हरिदेव जोशी पत्रकारिता विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. सुधि राजीव ने राजस्थानी भाषा में पत्रकारिता पाठ्यक्रम शुरू करने की बात कही और कहा कि "राजस्थानी भाषा को पहचान दिलाने का संघर्ष अब भी जारी है।"

माणक अलंकरण पुरस्कार विजेता (2022-2024):इस समारोह में पत्रकारिता, जनसंपर्क, फोटोग्राफी, कार्टून, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, और साहित्य के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले 18 पत्रकारों और साहित्यकारों को माणक अलंकरण पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

मुख्य पुरस्कार विजेता:

वर्ष

पत्रकार का नाम

संस्थान

2022

देवकुमार सिंगोदिया

राजस्थान पत्रिका, जयपुर

2023

अमित बैजनाथ गर्ग

स्वतंत्र पत्रकार, जयपुर

2024

महावीर शर्मा

दैनिक भास्कर, जोधपुर

विशेष पुर

स्कार विजेता:

श्रेणी

विजेता

जनसंपर्क कर्मी

छाया चौबीसा (डूंगरपुर), डॉ. मनीष शर्मा (निफ्ट, जोधपुर), हरीशंकर आचार्य (बीकानेर)

फोटोग्राफर/कार्टूनिस्ट

अशोक जैन (जयपुर), अभिषेक तिवारी (जयपुर), रामजी व्यास (जोधपुर)

इलेक्ट्रॉनिक मीडिया

करनपुरी गोस्वामी (जोधपुर), अरुण हर्ष (जोधपुर), कमलकांत व्यास (जयपुर)

जलतेदीप समूह श्रेणी

सच्चिदानंद पारीक (कोलकाता), विपुल श्रीवास्तव (जयपुर), राजू तातेड़ (सूरत)

राजस्थानी लेखन महिला साहित्यकार

बंसती पंवार (जोधपुर), दमयंती कच्छवाहा (जोधपुर), डॉ. रेणुका व्यास (बीकानेर)

Previous
Next

Related Posts