रीट और पटवारी परीक्षा में ब्लूटूथ डिवाइस से नकल कराने वाला सरगना पौरव कालेर हाईकोर्ट एलडीसी भर्ती परीक्षा-2022 में भी सक्रिय था। राजस्थान एसओजी ने इस मामले में 9 कर्मचारियों को गिरफ्तार किया है। जांच में सामने आया कि पौरव ने इन परीक्षार्थियों को ब्लूटूथ डिवाइस के जरिए उत्तर उपलब्ध करवाए थे।
एडीजी एसओजी वीके सिंह ने बुधवार को बताया कि एसओजी की टीम ने जालोर, भीलवाड़ा, पाली, उदयपुर, नागौर, बीकानेर, चूरू, सीकर और ब्यावर से 9 सरकारी कर्मचारियों को गिरफ्तार किया।
गिरफ्तार आरोपी:द्रोपदी सिहाग – कनिष्ठ सहायक, न्यायिक मजिस्ट्रेट बाली (पाली),सुनीता – एसीजेएम कोर्ट, सरदारशहर (चूरू),उमेश तंवर – जेएम कोर्ट, सुजानगढ़ (चूरू),सुरेश – न्यायिक मजिस्ट्रेट, दक्षिण उदयपुर,राकेश कस्वा – सीजेएम कोर्ट, उदयपुर,रामलाल – एसीजेएम कोर्ट, गुलाबपुरा (भीलवाड़ा),सुमन भुखर,बीरबल,विभीषण शामिल है। इन सभी आरोपियों को गुरुवार को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा।
मुख्य खुलासे:पौरव ने ब्लूटूथ डिवाइस विदेश से मंगवाई थी, जिसे परीक्षार्थियों को नकल कराने के लिए इस्तेमाल किया गया।26 परीक्षार्थियों ने इस डिवाइस के जरिए परीक्षा पास की।18 से ज्यादा परीक्षार्थी अभी भी जांच के दायरे में हैं।एसओजी ने पौरव को दोबारा प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार कर पूछताछ की। एडिशनल एसपी हरिप्रसाद सोमानी के निर्देशन में बनी टीम ने मामले की विस्तृत जांच की।
ब्लूटूथ से नकल करवाने का तरीका:परीक्षार्थी को ब्लूटूथ डिवाइस (जो बेहद सूक्ष्म होती है) कान में लगाई जाती थी।परीक्षा केंद्र में मौजूद व्यक्ति उत्तर पढ़कर इन डिवाइसेस के जरिए परीक्षार्थियों तक पहुंचाता था।अधिकतर परीक्षार्थी इस गैंग को लाखों रुपए देकर परीक्षा पास करने की सेटिंग कर चुके थे।
एसओजी की अपील:राज्य की प्रतियोगी परीक्षाओं में किसी भी प्रकार की धांधली की सूचना मिले तो तुरंत पुलिस को सूचित करें। नकल माफिया पर कड़ी कार्रवाई जारी रहेगी। निष्कर्ष:पौरव कालेर की गैंग ने रीट और पटवारी परीक्षा के बाद हाईकोर्ट एलडीसी परीक्षा में भी नकल करवाई।विदेशी ब्लूटूथ डिवाइस के जरिए 26 परीक्षार्थियों ने परीक्षा पास की।एसओजी ने 9 सरकारी कर्मचारियों को गिरफ्तार किया, आगे और भी गिरफ्तारियां संभव। परीक्षा माफिया पर एसओजी की सख्त नजर, नकल करने वालों पर होगी कड़ी कार्रवाई।