प्रयागराज के संगम तट पर मंगलवार-बुधवार देर रात करीब 1:30 बजे भगदड़ मच गई, DIG महाकुंभ नगर मेला क्षेत्र वैभव कृष्ण ने कहा- भगदड़ में 30 श्रद्धालुओं की मौत हुई है, इनमें 25 की शिनाख्त हो चुकी है। 90 घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया है।
भारी भीड़ को देखते हुए प्रयागराज में एंट्री करने वाले 8 पॉइंट-भदोही, चित्रकूट, कौशांबी, फतेहपुर, प्रतापगढ़, जौनपुर, मिजापुर बॉर्डर को बंद कर दिया गया है।
पूरे मेला क्षेत्र को नो-व्हीकल जोन घोषित कर दिया है। सभी व्हीकल पास रद्द कर दिए गए हैं। यानी मेले में एक भी गाड़ी नहीं चलेगी।
रास्ते को वन-वे कर दिया गया है। एक रास्ते से आए श्रद्धालुओं को स्नान के बाद दूसरे रास्ते से भेजा जा रहा है।
शहर में चार पहिया वाहनों की एंट्री पर रोक लगा दी गई है। मेला क्षेत्र में यह व्यवस्था 4 फरवरी तक लागू रहेगी।
प्रयागराज के 8 एंट्री पॉइंट, भारी भीड़ की वजह से सभी बंद प्रयागराज में बुधवार को 9 करोड़ से ज्यादा लोग पहुंचे। इसके बाद भी लगातार लोगों के आने का सिलसिला जारी है। भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने प्रयागराज में आने वाले 8 एंट्री पॉइंट को बंद कर दिया। 1. भदोही: वाराणसी बॉर्डर पर 20 किमी लंबा जाम
2. चित्रकूट बॉर्डर: 10 किमी लंबा जाम है।
3. कौशांबी बॉर्डर: सड़क से पार्किंग तक 50 हजार से ज्यादा वाहन रोके गए।
4. फतेहपुर-कानपुर बॉर्डर: यहां भी वाहनों की लंबी कतारें देखी गईं।
5. प्रतापगढ़ बॉर्डर: 40 हजार वाहनों को रोका गया।
6. जौनपुर बॉर्डर: जौनपुर जिले के बदलापुर में पुलिस ने प्रयागराज जाने वाली सभी बसों को रोक दिया है।
7. मिजापुर बॉर्डर: यहां भी गाड़ियों की लंबी लाइन देखी गई।
8. रीवा बॉर्डर: 50 हजार वाहनों को रोका गया है।
प्रयागराज में श्रद्धालुओं की भारी भीड़:मौनी अमावस्या के दिन संगम तट और 44 अन्य घाटों पर 8 से 10 करोड़ श्रद्धालुओं के स्नान करने का अनुमान था।मंगलवार को साढ़े 5 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई।शहर में 60,000 से अधिक पुलिस जवान तैनात किए गए हैं।
सभी पूज्य संतों, श्रद्धालुओं, प्रदेश एवं देश वासियों से मेरी अपील है कि अफवाह पर कोई ध्यान न दें, संयम से काम लें, प्रशासन आप सभी की सेवा के लिए तत्परता से कार्य कर रहा है... pic.twitter.com/r3qAkveJoz
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) January 29, 2025