Friday, 10 January 2025

जयपुर पुलिस ने फेक ई-मित्र कॉल सेंटर का भंडाफोड़, 15 लाख रुपए की ठगी का खुलासा


जयपुर पुलिस ने फेक ई-मित्र कॉल सेंटर का भंडाफोड़, 15 लाख रुपए की ठगी का खुलासा

जयपुर पुलिस ने शुक्रवार को एक फर्जी कॉल सेंटर का पर्दाफाश किया, जो ई-मित्र की आईडी देने और कैशबैक का झांसा देकर ठगी कर रहा था। इस कार्रवाई में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि कॉल सेंटर के मालिक और अन्य वर्कर्स फरार हैं। पुलिस ने कॉल सेंटर से 13 कंप्यूटर, 9 मोबाइल फोन, बायोमेट्रिक मशीन, और ठगी की रकम ₹ 78 हजार सहित अन्य सामग्री जब्त की है। पिछले 6 महीने में यह गैंग करीब 500 लोगों से ₹15 लाख रुपए की ठगी कर चुका है।

पुलिस जांच में सामने आया है कि कॉल सेंटर ई-मित्र की फर्जी आईडी बनाने और प्रॉफिट-कैशबैक का लालच देकर ठगी करता था।

रजिस्ट्रेशन शुल्क: शुरुआत में ₹ 5 हजार-10 हजार बतौर रजिस्ट्रेशन फीस लेते थे।

लालच और वसूली: सुविधा देने के बाद कैशबैक का लालच देकर मोटी रकम वसूलते थे।

संपर्क तोड़ना: पैसे वसूलने के बाद ग्राहक का नंबर ब्लॉक कर देते और दूसरे नंबर से ठगी शुरू कर देते थे।

गिरफ्तारी: पुलिस ने दीपक (23), संजय मेघवाल (22), नंदवीर सैनी (22), और विनोद बैरवा (23) को गिरफ्तार किया।

जांच: साइबर सैल टीम ने शिकायतों के आधार पर कॉल सेंटर की लोकेशन ट्रेस की।

बरामदगी: 13 कंप्यूटर, 9 मोबाइल, बायोमेट्रिक फिंगरप्रिंट मशीन, ₹ 78 हजार कैश सहित अन्य उपकरण बरामद किए गए।

फरार आरोपी: कॉल सेंटर के मालिक और अन्य वर्कर्स की तलाश जारी है।

6 महीने से चल रहा था फर्जी कॉल सेंटर

कॉल सेंटर शिप्रापथ इलाके के विक्रमादित्य मार्ग पर अपार्टमेंट की पहली मंजिल पर चल रहा था।साइबर सैल और SHO शिप्रापथ अमित शर्मा की टीम ने छापेमारी कर इस ठगी के अड्डे का पर्दाफाश किया।पिछले 6 महीने से यह गैंग सक्रिय था और करीब 500 लोगों से 15 लाख रुपए से अधिक की ठगी कर चुका है।

शिकायतें: साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर मिली शिकायतों के आधार पर जांच शुरू हुई।

टीम गठन: ACP (मानसरोवर) आदित्य काकड़े के सुपरविजन में एक टीम का गठन किया गया।

लोकेशन ट्रेस: संदिग्ध नंबरों की लोकेशन ट्रेस कर कॉल सेंटर की पहचान की गई।

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