जयपुर के वीकेआई रोड नंबर 14 पर स्थित गत्ते और पानी की टंकी बनाने वाली दो फैक्ट्रियों में रविवार सुबह अचानक भीषण आग लग गई। आग इतनी भयानक थी कि ऊंची लपटें दूर से ही दिखाई दे रही थीं।
आग की जानकारी मिलते ही वीकेआई पुलिस और फायर-ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची। सीएफओ ग्रेटर गौतम लाल ने बताया कि सुबह 6:40 बजे पुलिस कंट्रोल रूम से आग की सूचना मिली थी।
आग बुझाने का अभियान:दमकल की गाड़ियां:वीकेआई से 5, बनीपार्क से 2, बिंदायका से 2, और घाटगेट से 3 दमकल गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। समय:सुबह 8:30 बजे तक आग को नियंत्रण में लाया गया।कई जगह से धुआं उठने पर टीमों ने इसे पूरी तरह बुझाने का काम जारी रखा।
थिनर गोदाम का खतरा:फैक्ट्रियों के पास एक थिनर का गोदाम भी था। अगर आग वहां तक पहुंचती, तो बड़े इलाके में आग फैलने का खतरा था।दमकल टीम ने तुरंत थिनर गोदाम में पानी का छिड़काव कर स्थिति को नियंत्रण में रखा।इलाके की बिजली आपूर्ति बंद कर दी गई, और लोगों को सुरक्षित दूरी पर भेजा गया।
फैक्ट्रियों की जानकारी: पहली फैक्ट्री: गत्ते का निर्माण करती थी। दूसरी फैक्ट्री: पानी की टंकियां बनाती थी।दोनों फैक्ट्रियों में भारी मात्रा में ज्वलनशील सामग्री मौजूद थी, जिसने आग को तेजी से फैलने में मदद की।
सीएफओ का बयान:सीएफओ गौतम लाल ने बताया, "आग पर काबू पाने के लिए पानी और फोम का इस्तेमाल किया गया। टीमों ने तेजी से काम किया, जिससे बड़ा हादसा टल गया।"
स्थानीय निवासियों ने बताया कि आग लगने के बाद इलाके में अफरा-तफरी मच गई। दमकल कर्मियों की सतर्कता से बड़ा नुकसान टल सका।