राजस्थान विधानसभा का आगामी सत्र पूरी तरह से पेपरलेस होगा। विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने घोषणा की है कि जनवरी के तीसरे सप्ताह से शुरू होने वाले इस सत्र में हर सदस्य की सीट पर टैबलेट लगाए जाएंगे। इसके माध्यम से डिजिटल पद्धति से विधानसभा की कार्यवाही संचालित होगी।
ई-विधान की पहल: विधानसभा अध्यक्षवासुदेव देवनानी ने अपने एक साल के कार्यकाल की उपलब्धियों की जानकारी देते हुए कहा कि ई-विधान की शुरुआत के तहत यह पहल की गई है। इस कदम से विधानसभा की अधिकांश प्रक्रियाएं भी डिजिटलीकरण की ओर बढ़ेंगी, जिससे कागज की खपत में भारी कमी आएगी। उन्होंने कहा कि इस नवाचार से विधानसभा कार्यवाही तेज, पारदर्शी और प्रभावी होगी।
गुलाबी रंग में दिखेगा सदन: विधानसभा अध्यक्ष देवनानी ने बताया कि आगामी सत्र में विधानसभा का सदन गुलाबी रंग में नजर आएगा। सदन के कारपेट और सीट्स के कवर का रंग हरे से बदलकर गुलाबी किया गया है, जो जयपुर की गुलाबी नगरी के अनुकूल है।
एक साल के कामकाज का ब्यौरा: विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने अपने कार्यकाल के पहले साल की उपलब्धियों का भी ब्यौरा दिया।
सर्वदलीय बैठक: पहली बार सत्र शुरू होने से पहले लोकसभा की तर्ज पर सर्वदलीय बैठक बुलाई गई, जिसमें विपक्ष का भी सहयोग मिला।
प्रश्नों के उत्तर: सदस्यों द्वारा पूछे गए प्रश्नों के उत्तर समय पर उपलब्ध कराने की व्यवस्था सुनिश्चित की गई।
विधानसभा समितियां: समितियों की रिपोर्ट समय पर प्रस्तुत करने और उन पर सदन में चर्चा करने की प्रक्रिया लागू की गई।
विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा कि हमारा प्रयास है कि विधानसभा को अधिक प्रभावी, पारदर्शी और डिजिटल बनाया जाए। ई-विधान की पहल से न केवल संसदीय कार्यप्रणाली में सुधार होगा, बल्कि कागज बचाने में भी मदद मिलेगी।"