ग्रेटर नगर निगम ने सोमवार सुबह जयपुर के चर्चित उत्कर्ष कोचिंग सेंटर को सील कर दिया। यह कार्रवाई रविवार (15 दिसंबर) को कोचिंग में पढ़ाई के दौरान कई छात्रों के बेहोश होने की घटना के बाद की गई। FSL टीम ने मौके पर पहुंचकर पानी के सैंपल लिए और क्लासरूम में लगे CCTV फुटेज भी जब्त किए।
रविवार को कोचिंग में क्लास के दौरान कई छात्र अचानक बेहोश हो गए थे। घटना के बाद कोचिंग परिसर में अफरा-तफरी मच गई।छात्र नेताओं और पुलिस के बीच झड़प भी हुई।घटना के कारण कोचिंग की व्यवस्थाओं पर सवाल उठने लगे।
नगर निगम की कार्रवाई:सोमवार सुबह ग्रेटर नगर निगम की टीम ने उत्कर्ष कोचिंग को सील कर दिया।FSL टीम ने कोचिंग से पानी का सैंपल लिया, जिसे जांच के लिए भेजा गया है। क्लासरूम में लगे CCTV कैमरों के फुटेज को भी जब्त कर लिया गया है।
छात्रों का विरोध:कोचिंग के छात्रों ने नगर निगम की इस कार्रवाई का विरोध करते हुए कहा कि इससे उनका करियर बर्बाद हो सकता है।छात्रों का कहना है कि इस घटना के कारण उनकी पढ़ाई प्रभावित हो रही है। उन्होंने सील खोलने की मांग करते हुए प्रदर्शन किया।
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का बयान: पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कोचिंग संस्थानों को प्रताप नगर कोचिंग हब में शिफ्ट करना चाहिए। ऐसी दुर्घटनाएं कभी भी बड़ा रूप ले सकती हैं। गहलोत ने कोचिंग संस्थानों की सुरक्षा और छात्रों की सेहत को प्राथमिकता देने पर जोर दिया।
छात्रों की सुरक्षा पर सवाल: यह घटना कोचिंग संस्थानों की व्यवस्थाओं और सुरक्षा पर सवाल खड़े करती है। छात्रों के बेहोश होने की वजह अभी तक साफ नहीं हो पाई है।नगर निगम और पुलिस मामले की जांच कर रही है।
नगर निगम ने कहा है कि जांच पूरी होने तक कोचिंग बंद रहेगी। वहीं, छात्रों और अभिभावकों ने इस फैसले पर नाराजगी जताई है।