राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट से पहले ही भजनलाल सरकार में कृषि मंत्री डॉ.किरोड़ीलाल मीणा ने अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। शुक्रवार को प्रेस क्लब में मीडिया से बातचीत के दौरान किरोड़ीलाल ने कहा, "मेरी ही सरकार में मेरे खिलाफ मुकदमा दर्ज हो रहा है। सीआई कविता शर्मा इतनी ताकतवर है कि कांग्रेस के शासनकाल में भी उसे कुछ नहीं हुआ और अब भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।"
कृषि मंत्री डॉ.किरोड़ीलाल मीणा ने कहा कि उनके खिलाफ मामला दर्ज होने के पीछे का कारण मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ही स्पष्ट कर सकते हैं। उन्होंने सवाल किया, "आखिर किसके इशारे पर मेरे खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ?"
मंजू शर्मा प्रकरण पर सख्त सवाल
कृषि मंत्री डॉ.किरोड़ीलाल मीणा ने आरोप लगाया कि सीआई कविता शर्मा ने देर रात मंजू शर्मा और ममता गुर्जर को जबरन उठाने की कोशिश की। इसके कारण मंजू शर्मा की दादी की दहशत में मौत हो गई। मीणा ने कहा, "इस मौत की जिम्मेदार एसएचओ कविता शर्मा है। उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।"
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक भाषण में स्पष्ट कहा था कि पुलिस बिना लिखित सूचना के किसी भी व्यक्ति को हिरासत में नहीं ले सकती। लेकिन यहां नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। मीणा ने दावा किया कि वह अन्याय सहन नहीं करेंगे, चाहे सरकार उनकी ही क्यों न हो।
कृषि मंत्री डॉ.किरोड़ीलाल मीणा ने कहा कि एसएचओ कविता शर्मा को कौन से अधिकारी और नेता बचा रहे हैं, इसका खुलासा वे जल्द करेंगे। उन्होंने कहा कि इस संबंध में वे भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ से चर्चा करेंगे और इसके बाद नामों का खुलासा करेंगे।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में मीडिया के सवालों पर भी कृषि मंत्री डॉ.किरोड़ीलाल मीणा भड़क गए। जब किरोड़ी से पूछा गया कि सरकार तो आपकी ही है। इस पर किरोड़ीलाल मीणा भड़क गए। उन्होंने कहा कि अगर सरकार का अधिकारी सो जाए तो क्या मेरी जिम्मेदारी नहीं है। सरकार होने के बावजूद कार्रवाई नहीं होने के सवाल पर भी कृषि मंत्री डॉ.किरोड़ीलाल मीणा ने तीन बार कहा कि मैं क्या कहने के लिए आया हूं, मैं क्या कहने के लिए आया हूं, मैं क्या कहने के लिए आया हूं। सरकार मेरी है तो क्या मैं अन्याय सहन कर लूंगा।
कृषि मंत्री डॉ.किरोड़ीलाल मीणाने सीआई कविता शर्मा पर भी कई आरोप लगाए। उन्होंने कहा- 2017 में कविता शर्मा और उनकी बहनों पर एक प्लॉट का फर्जी पट्टा बनाने का मामला भी दर्ज हुआ था, लेकिन डीजी ने इस मामले में चार्जशीट पेश नहीं होने दी। वहीं उनकी कार्यशैली को लेकर डीसीपी ईस्ट कमिश्नर को दो बार लेटर लिख चुके हैं। एक बार उन्होंने कविता शर्मा को निलंबित करने के अनुशंसा की तो दूसरी बार उन्होंने कविता शर्मा को नॉन फील्ड करने के लिए कहा, लेकिन उसे पर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई।
डीजीपी से कविता शर्मा पर FIR दर्ज करने की मांग
कृषि मंत्री डॉ.किरोड़ीलाल मीणा ने डीजीपी यूआर साहू के नाम एक लेटर भी लिखा। इसमें थानाधिकारी कविता शर्मा को तुरंत निलंबित कर अनुशासनात्मक कार्रवाई करने, उसके इस कृत्य के लिए तत्काल एफआईआर दर्ज करने, एफआईआर दर्ज करने के बाद मामले की जांच किसी उच्चाधिकारी से कराने और पुलिस विभाग में इस प्रकार के व्यवहार को रोकने के लिए कठोर दिशा-निर्देश लागू करने की मांग की गई है। किरोड़ी ने लिखा- यह मामला पुलिस विभाग के अनुशासन और जनता के अधिकारों की रक्षा के लिए अत्यंत गंभीर है। कृपया इस मामले में तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित करें। मुझे इस संबंध में की गई कार्रवाई की विस्तृत जानकारी शीघ्र प्रदान करें।