Friday, 27 December 2024

प्रधानमंत्री के "एक पेड़ मां के नाम" अभियान में उत्कृष्ट कार्य के लिए ग्रीन आईडल अवार्ड से सम्मानित हुए पर्यावरण योद्धा


प्रधानमंत्री के "एक पेड़ मां के नाम" अभियान में उत्कृष्ट कार्य के लिए ग्रीन आईडल अवार्ड से सम्मानित हुए पर्यावरण योद्धा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के "एक पेड़ मां के नाम" अभियान के तहत पर्यावरण संरक्षण में योगदान देने वाले व्यक्तियों और संस्थाओं को ग्रीन आईडल अवार्ड से सम्मानित किया गया। यह समारोह जयपुर के इंदिरा गांधी पंचायत राज संस्थान में आयोजित हुआ, जिसमें देशभर के पर्यावरण योद्धाओं को उनकी उपलब्धियों के लिए सम्मानित किया गया।

सम्मान समारोह की मुख्य बातें: सम्मानित व्यक्तित्व और संस्थाएं: ट्रिमैन ऑफ इंडिया के नाम से मशहूर लाम्बा गांव निवासी विष्णु लाम्बा ने समारोह में भाग लिया।श्रीमती नारायणी देवी चैरिटेबल ट्रस्ट के निदेशक डॉ. ईश्वर अग्रवाल सहित कई अन्य व्यक्तियों और संस्थाओं को सम्मानित किया गया।

सर्वाधिक पौधारोपण के लिए सर्वश्रेष्ठ सांसद का पुरस्कार तेलंगाना के राज्यसभा सदस्य संतोष कुमा को दिया गया।

सम्मान स्वरूप: विजेताओं को प्रशस्ति पत्र, स्मृति चिन्ह, और सहयोग राशि के चेक प्रदान किए गए।महान अतिथियों की उपस्थिति: समारोह में राजस्थान के राज्यपाल हरि भाऊ बागडे, महाराष्ट्र के वन मंत्री सुधीर मुनगंटीवार, केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री भागीरथ चौधरी, और शिक्षा मंत्री मदन दिलावर सहित कई दिग्गज शामिल हुए। 28 राज्यों के प्रतिनिधियों का स्वागत हल्दीघाटी की मिट्टी से तिलक कर किया गया।

ग्रीन बचपन अभियान की शुरुआत: इस अवसर पर ग्रीन बचपन अभियान का शुभारंभ भी हुआ। यह अभियान छोटे बच्चों को पर्यावरण संरक्षण से जोड़ते हुए दुनिया की सबसे बड़ी ग्रीन आर्मी बनाने की दिशा में काम करेगा।

पौधारोपण कार्यक्रम: समारोह के अंत में सभी प्रतिभागियों और अतिथियों ने मिलकर पौधारोपण किया। यह कदम पर्यावरण जागरूकता बढ़ाने और हरित भविष्य की दिशा में प्रेरणा देने के लिए उठाया गया।

हल्दीघाटी की मिट्टी का महत्व:अतिथियों को हल्दीघाटी की ऐतिहासिक मिट्टी भेंट स्वरूप दी गई। यह सम्मान राजस्थान की संस्कृति और धरोहर का प्रतीक था।

"एक पेड़ मां के नाम" अभियान ने पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
इस आयोजन ने न केवल पर्यावरण योद्धाओं को सम्मानित किया, बल्कि ग्रीन बचपन
अभियान जैसे नए प्रयासों से जागरूकता को और मजबूत किया। यह कदम पर्यावरणीय चुनौतियों से निपटने और हरित भविष्य की दिशा में प्रेरणा देने में मील का पत्थर साबित होगा।

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