Saturday, 23 November 2024

राष्ट्रमंडल संसदीय संघ (सीपीए) के 67 वें सम्मेलन में भाग लेने 4 नवंबर को विधानसभा अध्यक्ष जाएंगे ऑस्ट्रेलिया, लौटते समय चार देशों की करेंगे यात्रा


राष्ट्रमंडल संसदीय संघ (सीपीए) के 67 वें सम्मेलन में भाग लेने 4 नवंबर को विधानसभा अध्यक्ष जाएंगे ऑस्ट्रेलिया, लौटते समय चार देशों की करेंगे यात्रा

विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी चार देशों की यात्रा पर रवाना होंगे। वे 4 नवम्बर को दिल्ली से आस्ट्रेलिया के लिए प्रस्थान करेंगे, जहां वे राष्ट्रमंडल संसदीय संघ (सीपीए) के 67 वें सम्मेलन में भाग लेंगे। इस सम्मेलन में वे राजस्थान का प्रतिनिधित्व करेंगे, जो 5 से 8 नवम्बर तक आस्ट्रेलिया में आयोजित होगा।

इस यात्रा के दौरान विधानसभा अध्यक्ष देवनानी राष्ट्रमंडल संसदीय संघ के पोस्ट-कांफ्रेंस स्टडी टूर के तहत इण्डोनेशिया, सिंगापुर, और जापान भी जाएंगे। इस यात्रा के दौरान वे इन देशों के विधायी निकायों का अवलोकन करेंगे और भारत के राजदूतों से भी मिलेंगे। इस अध्ययन दौरे से राजस्थान विधानसभा की कार्यप्रणाली में नई दिशा मिलने की उम्मीद है। विधानसभा अध्यक्ष देवनानी 20 नवम्बर को दिल्ली वापस लौटेंगे।

राष्ट्रमंडल संसदीय संघ का यह वार्षिक सम्मेलन, जो हर वर्ष अलग-अलग देशों में आयोजित होता है, विभिन्न वैश्विक विषयों पर चर्चा के लिए महत्वपूर्ण मंच है। विधानसभा अध्यक्ष देवनानी जो इस संघ की भारत क्षेत्र की कार्यकारी समिति के सदस्य भी हैं, ने रविवार को दिल्ली प्रस्थान से पहले विधानसभा में अधिकारियों से पुष्प भेंट लेकर शुभकामनाएं प्राप्त कीं।

विधानसभाओं में कृत्रिम बुद्धिमता और लिंग आधारित हिंसा के लिए कानूनों पर चर्चा: विधानसभा अध्यक्ष देवनानी सम्मेलन के दौरान "कृत्रिम बुद्धिमता का उपयोग," "लोकतांत्रिक संस्थाओं की मजबूती," और "लिंग आधारित हिंसा के लिए कानून निर्माण" जैसे विषयों पर प्रस्तुतीकरण देंगे। इस अवसर पर राजस्थान विधान मंडल के दृष्टिकोण से विभिन्न विषयों का विश्लेषण होगा।

विधानसभा के नवाचारों पर होगी चर्चा: अपने दौरे के विधानसभा अध्यक्ष देवनानी विभिन्न देशों के विधान मंडलों के प्रतिनिधियों से मिलकर राजस्थान विधानसभा के नवाचारों की जानकारी देंगे। इस यात्रा में विधान सभा के विशिष्ट सचिव श्री भारत भूषण शर्मा भी उनके साथ रहेंगे।

प्रवासी राजस्थानियों और सामाजिक संगठनों से संवाद:
विधानसभा अध्यक्ष देवनानी इस यात्रा के दौरान प्रवासी राजस्थानियों, शिक्षाविदों, सामाजिक संगठनों और सिंधी समाज के प्रमुख जनों से भी मुलाकात करेंगे, जिससे प्रवासी समुदाय के साथ विधानसभा के संबंध और मजबूत होंगे।

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