सीकर राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े ने शनिवार को सीकर के एक दिवसीय दौरे के दौरान खाटूश्यामजी में सुभाष पालेकर कृषि के तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर में भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने देशभर से आए किसानों को संबोधित करते हुए जैविक खेती के महत्व और फायदों पर जोर दिया। राज्यपाल ने कहा कि किसान जैविक खेती से अच्छी उपज प्राप्त कर सकते हैं और यह खेती न केवल स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है, बल्कि प्राकृतिक पारिस्थितिक तंत्र को संतुलित रखने में भी सहायक है।
राज्यपाल बागड़े ने कहा कि रासायनिक उर्वरकों के अत्यधिक उपयोग से कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ा है और पर्यावरण भी प्रभावित हो रहा है। इसलिए, किसानों को जैविक खेती को अपनाना चाहिए और इसके नए-नए तरीकों को प्रयोग में लाना चाहिए। उन्होंने कहा कि राजस्थान में इस वर्ष अच्छी बारिश हुई है और किसानों को वर्षा जल का संग्रहण करके भविष्य में जल संकट से निपटने के लिए तैयार रहना चाहिए।
राजस्थान किसान आयोग के अध्यक्ष सीआर चौधरी ने भी इस अवसर पर किसानों को जीरो बजट नेचुरल फार्मिंग और जैविक खेती के लाभों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारें जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए निरंतर प्रयास कर रही हैं। विशेष रूप से, राजस्थान सरकार ने बांसवाड़ा, सिरोही और टोंक जिलों को जैविक खेती के मॉडल जिलों के रूप में चुना है।
प्रशिक्षण शिविर में पदम श्री वैज्ञानिक सुभाष पालेकर, बजाज फाउंडेशन के अपूर्व बजाज, जिला कलेक्टर मुकुल शर्मा और देशभर से आए किसान उपस्थित थे। यह कार्यक्रम किसानों को जैविक खेती की ओर प्रेरित करने और उन्हें इसके फायदों से अवगत कराने के उद्देश्य से आयोजित किया गया था।