नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार शाम ऑपरेशन सिंदूर की सफलता और आतंकवाद के खिलाफ भारत के दृढ़ रुख को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर रखने के बाद लौटे सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों से मुलाकात की। इस अनौपचारिक और सौहार्दपूर्ण मुलाकात के दौरान पीएम ने प्रतिनिधिमंडल के सभी सदस्यों के साथ डिनर भी किया और उनकी विदेश यात्राओं से जुड़े अनुभवों को जाना।
इस डेलिगेशन में कुल 59 सदस्य शामिल थे, जिनमें 51 राजनेता और 8 राजदूत शामिल रहे। ये सभी सदस्य 33 देशों की यात्रा पर गए थे, जहां इन्होंने भारत की ओर से आतंकवाद विरोधी नीति और ऑपरेशन सिंदूर जैसी सैन्य कार्रवाइयों पर वैश्विक समुदाय के साथ संवाद किया।
प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व 7 सांसदों ने किया, जिनमें भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद और बैजयंत पांडा, जेडीयू के संजय कुमार झा, डीएमके की कनिमोझी करुणानिधि, एनसीपी (एसपी) की सुप्रिया सुले, कांग्रेस सांसद शशि थरूर और शिवसेना (शिंदे गुट) के श्रीकांत एकनाथ शिंदे शामिल रहे।
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में बताया कि प्रधानमंत्री ने सभी सदस्यों के साथ एक घंटे से अधिक समय बिताया। उन्होंने लॉन में विभिन्न टेबलों पर जाकर हर समूह से अनौपचारिक चर्चा की। थरूर ने कहा कि यह बिल्कुल भी औपचारिक बैठक नहीं थी, बल्कि एक मित्रवत और विचार साझा करने वाला अवसर था।
थरूर ने आगे बताया कि कई प्रतिनिधियों ने पीएम मोदी को विदेश दौरे से जुड़ी रिपोर्ट भी सौंपी, हालांकि उस पर गहन चर्चा नहीं हुई। इस मुलाकात में घरेलू और अंतरराष्ट्रीय मसलों पर खुलकर बात हुई और प्रतिनिधियों ने यह साझा किया कि विदेशों में भारत की नीतियों को लेकर कैसा समर्थन और सम्मान प्राप्त हो रहा है।