शहर की बिगड़ती ट्रैफिक व्यवस्था और लगातार बढ़ते जाम की समस्या से राहत दिलाने के लिए जयपुर विकास आयुक्त आनंदी की अध्यक्षता में गुरुवार को जेडीए के मंथन सभागार में ट्रैफिक कंट्रोल बोर्ड की अहम बैठक आयोजित हुई।
बैठक में नारायण सिंह सर्किल स्थित बस स्टैंड को ट्रांसपोर्ट नगर के पास रोटरी सर्किल क्षेत्र में शिफ्ट करने का निर्णय लिया गया है। वहीं दिल्ली की ओर जाने वाली बसों का संचालन अब बजरी मंडी व दिल्ली रोड स्थित खाली जमीन से किया जाएगा। यह व्यवस्था 1 अप्रैल 2025 से लागू होगी।
नारायण सिंह सर्किल शहर का अत्यधिक भीड़-भाड़ वाला इलाका है, जहां दिनभर ट्रैफिक का दबाव बना रहता है। अजमेरी गेट से आने-जाने वाले यात्रियों को जाम से जूझना पड़ता है। मुख्य टोंक रोड पर खड़ी बसों के कारण आवाजाही बाधित होती है और कई बार हादसे भी हो चुके हैं।
गोविंद मार्ग पर जाम की वजह से आसपास का व्यापार भी प्रभावित हो रहा है। बैठक में चर्चा हुई कि बस स्टैंड शिफ्ट होने से आम लोगों को राहत मिलेगी और सड़क हादसों में भी कमी आएगी।
बैठक में सुझाव आया कि अब अगली कड़ी में अजमेर की ओर जाने वाली बसों के लिए हीरापुरा बस टर्मिनल को चालू किया जाना चाहिए। यह टर्मिनल बनकर तैयार है, लेकिन अभी तक चालू नहीं हो पाया है।
दिल्ली रूट: लगभग 300 बसें प्रतिदिन, जिनमें 11,000 से अधिक यात्री सफर करते हैं।
आगरा रूट: प्रतिदिन 180 बसों का संचालन, लगभग 7,000 यात्री।
निजी बसें: करीब 300 बसों के जरिए 10,000+ यात्रियों की आवाजाही।
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि शहर के प्रमुख चौराहों पर ट्रैफिक सुगमता के लिए सर्किलों को छोटा किया जाएगा, जिसके लिए एक तकनीकी समिति का गठन किया गया है।
यह फैसला जयपुर में ट्रैफिक की जटिलताओं को कम करने की दिशा में अहम माना जा रहा है और इसके लागू होने से राजधानी की सड़कों पर सुगम यातायात की उम्मीद बढ़ गई है।