Thursday, 30 January 2025

सड़क सुरक्षा प्रबंधन और चुनौतियाँ विषयक संगोष्ठी: राज्यपाल हरिभाऊ बागडे बोले - सड़क सुरक्षा के लिए सामाजिक जिम्मेदारी समझते हुए कार्य करें


सड़क सुरक्षा प्रबंधन और चुनौतियाँ विषयक संगोष्ठी: राज्यपाल हरिभाऊ बागडे बोले - सड़क सुरक्षा के लिए सामाजिक जिम्मेदारी समझते हुए कार्य करें

राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने कहा कि सड़क सुरक्षा केवल सरकारी नीतियों तक सीमित नहीं होनी चाहिए, बल्कि यह समाज की सामूहिक जिम्मेदारी है। उन्होंने सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए ड्राइवर प्रशिक्षण, सुरक्षित वाहन संचालन और तकनीकी उपायों को बढ़ावा देने पर जोर दिया।

राज्यपाल ने दी सड़क सुरक्षा से जुड़े महत्वपूर्ण सुझाव: ड्राइवर प्रशिक्षण को अनिवार्य किया जाए।चालकों के निश्चित समय पर विश्राम की व्यवस्था हो। वाहन चलाते समय मोबाइल फोन के इस्तेमाल पर रोक लगे। आधुनिक तकनीक के जरिए सड़क प्रबंधन को मजबूत किया जाए।गाड़ियों में स्पीड लॉक और गति नियंत्रण प्रणाली लागू की जाए

संगोष्ठी में उठे महत्वपूर्ण मुद्दे: राज्यपाल बागडे बुधवार को पिंकसिटी प्रेस क्लब में आयोजित "सड़क सुरक्षा प्रबंधन और चुनौतियाँ" विषयक संगोष्ठी में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए "रोको और टोको" अभियान जैसे प्रयासों को बढ़ावा देना जरूरी है।

राज्यपाल बागडे ने सड़क दुर्घटनाओं के दौरान तत्परता से मदद करने वाले नागरिकों को "देवदूत" सम्मान से सम्मानित किया।

"रोको और टोको" अभियान का शुभारंभ: कार्यक्रम में राज्यपाल बागडे ने सड़क सुरक्षा अभियान 'रोको और टोको' से जुड़ी प्रचार सामग्री का भी लोकार्पण किया। इस अभियान के तहत सड़क पर गलत तरीके से वाहन चलाने वालों को रोकने और उन्हें सही दिशा दिखाने के लिए सामाजिक पहल की जाएगी।

कार्यक्रम में टीवी 24 के प्रमुख जगदीश चंद्रा, सामाजिक कार्यकर्ता संपत सारस्वत, सुधांशु माथुर और प्रेस क्लब अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह राठौड़ ने राज्य और केंद्र सरकार की योजनाओं पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि जनता को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक करना ही दुर्घटनाओं को रोकने का सबसे प्रभावी उपाय है।

संगोष्ठी में विशेषज्ञों ने कहा कि सरकार सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए कई योजनाएं चला रही है, लेकिन इनका प्रभावी क्रियान्वयन जरूरी है। सरकार द्वारा "गोल्डन ऑवर योजना", सड़क हादसों में घायल लोगों को तत्काल इलाज देने के लिए "इमरजेंसी रिस्पॉन्स सिस्टम", और वाहनों के लिए हाईटेक ट्रैकिंग सिस्टम जैसी योजनाएं लागू की जा रही हैं।

राज्यपाल बागडे ने कहा कि सरकार, प्रशासन, समाज और आम जनता को मिलकर सड़क सुरक्षा के लिए कार्य करना होगा। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे सड़क पर अनुशासन का पालन करें और दूसरों को भी जागरूक करें।

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