जयपुर: केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं सशक्तिकरण राज्यमंत्री कृष्ण पाल गुर्जर ने राजस्थान में कांग्रेस सरकार के दौरान सचिन पायलट को मुख्यमंत्री नहीं बनाए जाने का मुद्दा उठाते हुए कांग्रेस को निशाने पर लिया। गुरुवार को जयपुर में गुर्जर कर्मचारी अधिकारी कल्याण परिषद के कार्यक्रम में गुर्जर समाज की एकता और सशक्तिकरण पर चर्चा हुई।
कृष्ण पाल गुर्जर का कांग्रेस पर निशाना: कृष्ण पाल गुर्जर ने कहा, “राजस्थान का समाज जब देने पर आता है तो छप्पर फाड़ कर देता है और लेने पर चमड़ी तक उधेड़ लेता है। यह समाज ने दिखाया भी है।” उन्होंने सचिन पायलट से मुखातिब होते हुए कहा कि जब वह प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष थे, तब समाज ने भारी समर्थन दिया, लेकिन बदले में समाज को कुछ नहीं मिला।
उन्होंने कहा कि उनके और पायलट के मत और दल अलग हो सकते हैं, लेकिन समाज को मजबूत करना दोनों का उद्देश्य है। समाजहित को सर्वोपरि रखने का आह्वान करते हुए उन्होंने कांग्रेस को सबक सिखाने की बात कही।
सचिन पायलट का जवाब:अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव और विधायक सचिन पायलट ने कार्यक्रम में अपनी बात रखते हुए कहा कि यह देश और समाज बहुत बड़ा है। अलग-अलग सोच हो सकती है। गलतफहमियां पैदा करना आसान है, लेकिन कठिन समय में कड़वा घूंट पीकर लोगों को एकत्रित करने वाला नेता हमेशा याद किया जाता है।
उन्होंने कहा कि सरकार में चाहे राज्य की हो या केंद्र की, कमियां दोनों में हैं। लेकिन समाज को जोड़ने और प्रेरणा देने के लिए हमें अपनी कार्यप्रणाली को उदाहरण बनाना होगा।
विजय बैंसला ने उठाए सवाल:भाजपा नेता विजय बैंसला ने भजनलाल सरकार के दौरान गुर्जर समाज के मंत्रियों की कम संख्या पर सवाल उठाते हुए कहा कि पिछली सरकार में जितने गुर्जर कैबिनेट मंत्री थे और अब जो हैं, उनकी संख्या में कमी आई है। यह सच्चाई है और इसे बोलना जरूरी है।
उन्होंने केंद्रीय मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर के बयान का समर्थन करते हुए कहा कि समाज अपने अधिकार किसी भी स्थिति में हासिल करेगा।
गुर्जर समाज की एकता पर जोर: कार्यक्रम में नेताओं ने समाज की एकता और सशक्तिकरण पर जोर दिया। उन्होंने गुर्जर समाज के अधिकारों और सशक्तिकरण को प्राथमिकता देने की बात कही।