Friday, 18 October 2024

जयपुर में फर्जी डिग्री रैकेट का भंडाफोड़, 700 से ज्यादा डिग्रियां और मार्कशीट जब्त, 3 गिरफ्तार


जयपुर में फर्जी डिग्री रैकेट का भंडाफोड़, 700 से ज्यादा डिग्रियां और मार्कशीट जब्त, 3 गिरफ्तार

जयपुर पुलिस ने एक बड़े फर्जी डिग्री रैकेट का पर्दाफाश करते हुए 700 से ज्यादा फर्जी डिग्रियां और मार्कशीट जब्त की हैं। पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। इन डिग्रियों में कई प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटीज की डिग्रियां शामिल हैं, जो बिना परीक्षा या क्लास अटेंड किए दलालों के माध्यम से अवैध रूप से जारी की जा रही थीं।

डीसीपी ईस्ट तेजस्वनी गौतम ने बताया कि कुछ ई-मित्र संचालकों द्वारा यूनिवर्सिटी की मिलीभगत से फर्जी डिग्री, मार्कशीट और माइग्रेशन सर्टिफिकेट तैयार कर बेचे जा रहे थे। पुलिस ने प्रताप नगर में 2 ई-मित्र सेंटर्स पर छापेमारी की, जहां से भारी मात्रा में फर्जी दस्तावेज, स्टाम्प, चेक बुक, क्रेडिट और डेबिट कार्ड भी बरामद हुए।

पहली कार्रवाई प्रताप नगर सेक्टर 8 स्थित यूनिक एजुकेशन कंसल्टेंट में की गई, जहां से आरोपी विकास मिश्रा को गिरफ्तार किया गया। जांच के दौरान, विकास ने दूसरे ऑफिस की जानकारी दी, जिसके बाद पुलिस ने वहां से सत्यनारायण और विकास अग्रवाल को भी गिरफ्तार कर लिया।

डीसीपी ईस्ट तेजस्वनी गौतम ने एक बड़े फर्जी डिग्री रैकेट का खुलासा किया है, जिसमें ई-मित्र की आड़ में बेरोजगार युवाओं को बिना परीक्षा और बिना क्लास अटेंड किए फर्जी डिग्रियां दी जा रही थीं। इस अवैध धंधे में यूनिवर्सिटी प्रशासन की मिलीभगत भी सामने आई है। डिग्री देने के बदले मोटी रकम वसूली जा रही थी।

पुलिस ने प्रताप नगर में दो ई-मित्र सेंटर्स पर छापेमारी के दौरान 29 किराया-नामा, 12 चेक बुक, 97 शपथ पत्र, 14 बैंक पासबुक, 13 डेबिट और क्रेडिट कार्ड, 9 नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओपन स्कूलिंग (NIOS) के आईडी कार्ड, 7 मोबाइल, 1 पेटीएम मशीन, 2 डीवीआर, 1 डिजिटल कैमरा, 1 राउटर, 1 सीपीयू, 2 लैपटॉप, 2 पेन ड्राइव, 1 प्रिंटर और कई अन्य दस्तावेज जब्त किए हैं।

गिरफ्तार किए गए आरोपियों में विकास मिश्रा (39), सत्यनारायण शर्मा (32), और विकास अग्रवाल (35) शामिल हैं। ये सभी प्रताप नगर, सांगानेर और कोटपूतली के निवासी हैं। पुलिस ने इनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

इस मामले की गंभीरता को देखते हुए एसीपी बस्सी के सुपरविजन में एक एसआईटी का गठन किया गया है, जो मामले की आगे की जांच करेगी। पुलिस ने दो एफआईआर दर्ज की हैं और जांच जारी है।

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