टोंक जिले की जिला कलक्टर कल्पना अग्रवाल ने सोमवार को भारत निर्माण सेवा केंद्र के वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कक्ष में पंडित दीनदयाल उपाध्याय अंत्योदय संबल पखवाड़े की तैयारियों की गहन समीक्षा की। इस दौरान सभी एसडीओ, तहसीलदार, बीडीओ और संबंधित अधिकारी VC के माध्यम से बैठक से जुड़े। कलेक्टर ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि ग्राम पंचायत स्तर पर आयोजित होने वाले शिविरों की प्रभावी योजना बनाकर, टीम भावना से कार्य करें ताकि सरकारी योजनाओं का लाभ अधिकतम जरूरतमंदों तक पहुंच सके।
उन्होंने सभी विभागों से कहा कि शिविरों से पूर्व प्री-कैंप एक्टिविटीज सुनिश्चित की जाएं, जिससे आमजन को योजनाओं का लाभ लेने में किसी प्रकार की कठिनाई न हो। शिविरों में सभी आवश्यक संसाधनों की बेहतर व्यवस्था, पूर्व सर्वेक्षण कर वंचित परिवारों की पहचान और मौके पर आने वाले राजस्व संबंधित प्रकरणों एवं अपीलों के त्वरित निस्तारण के निर्देश भी दिए गए।
कलेक्टर ने राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के लंबित आवेदनों का शीघ्र निपटारा करने पर भी विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि शिविर केवल एक कार्यक्रम न होकर, जनकल्याण के ठोस माध्यम बनें, यह सुनिश्चित किया जाए।
मानसून की सक्रियता को ध्यान में रखते हुए कलेक्टर ने सभी विकास अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने क्षेत्र में छोटे-बड़े तालाबों व जल संरचनाओं की स्थिति की जानकारी लें और जहां आवश्यक हो, समय रहते उनकी मरम्मत सुनिश्चित करें।
बैठक में अतिरिक्त जिला कलेक्टर रामरतन सौंकरिया, जिला परिषद सीईओ परशुराम धानका, एसीईओ ललित कुमार, एसीपी श्याम सुंदर जांगिड़ सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
बैठक के अंत में कलेक्टर कल्पना अग्रवाल ने आगामी "हरियालो राजस्थान" अभियान की तैयारी को लेकर भी समन्वित कार्य योजना बनाने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि जिले में पौधारोपण कार्यक्रम को व्यापक रूप से सफल बनाने के लिए सभी विभाग आपसी सहयोग और सामाजिक सहभागिता के साथ कार्य करें ताकि पर्यावरणीय सुदृढ़ता के साथ जन-जागरूकता भी बढ़े।