जोधपुर नगर निगम और हाउसिंग बोर्ड की लापरवाही के कारण शहरवासी कभी भी धरती में समा सकते हैं। शहर की सीवरेज व्यवस्था और सड़क निर्माण की लचर निगरानी ने एक बार फिर लोगों की जान जोखिम में डाल दी है।
ताजा मामला कुड़ी हाउसिंग बोर्ड क्षेत्र का है, जहां सेक्टर-2 से सांगरिया की ओर जाने वाली सड़क अचानक धंस गई। सीवरलाइन में रिसाव के कारण लगभग 10 फीट गहरा गड्ढा बन गया। इसी दौरान एक फूड डिलीवरी बॉय बाइक से वहां से गुजर रहा था, जो सड़क धंसने के साथ ही गड्ढे में गिर गया। गनीमत रही कि वह गंभीर रूप से घायल नहीं हुआ। स्थानीय लोगों ने मशक्कत कर उसे बाहर निकाला।
हैरानी की बात है कि यह सड़क हाउसिंग बोर्ड की जिम्मेदारी में आती है, फिर भी समय रहते कोई मरम्मत या चेतावनी संकेत नहीं लगाए गए थे। पिछले तीन वर्षों में जोधपुर में नगर निगम और पीडब्ल्यूडी की सड़कों के धंसने की कई घटनाएं हो चुकी हैं, जिनमें वाहन क्षतिग्रस्त हुए और कई लोग घायल भी हुए।
बावजूद इसके, विभाग केवल दिखावटी कार्रवाई कर खानापूर्ति करता है। क्षतिग्रस्त सड़कें कुछ समय के लिए ठीक होती हैं, लेकिन फिर से वही खतरा दोहराया जाता है। ऐसे मामलों में कई नागरिकों ने संबंधित विभागों पर मुकदमे भी दर्ज करवाए हैं, लेकिन दोषी अधिकारियों पर कोई सख्त कार्रवाई नहीं हुई।
हाउसिंग बोर्ड के एक्सईएन अनिल व्यास ने बताया कि सड़क सीवर ट्रंक लाइन के क्षतिग्रस्त होने से धंसी है। मरम्मत के निर्देश मिलते ही कार्रवाई की जाएगी। इस संबंध में नगर निगम आयुक्त सिद्धार्थ पालानीचामी से संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन उनसे कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी।