जयपुर।भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने शुक्रवार को ‘‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’’ अभियान के डिजिटल संस्करण का लोकार्पण किया। इस अवसर पर एक विशेष क्यूआर कोड भी जारी किया गया, जिसे स्कैन कर आम नागरिक अपने समर्थन को डिजिटल रूप से दर्ज करा सकते हैं। इस कार्यक्रम का उद्देश्य है कि जनभागीदारी के माध्यम से इस राष्ट्रव्यापी सुधारात्मक पहल को ज़मीनी स्तर पर मजबूती दी जाए।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने कहा कि एक राष्ट्र, एक चुनाव’ केवल एक राजनीतिक विचार नहीं, बल्कि यह भारत के लोकतांत्रिक ढांचे को स्थिरता, सशक्त शासन और संसाधन-संवेदनशील नीति निर्माण की दिशा में ले जाने वाला एक क्रांतिकारी कदम है।"
उन्होंने बताया कि बार-बार होने वाले चुनावों से न केवल आर्थिक संसाधनों की बर्बादी होती है, बल्कि जनकल्याणकारी योजनाएं भी प्रभावित होती हैं।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राठौड़ ने कहा कि बार-बार लागू होने वाली आचार संहिता के कारण:प्रशासनिक तंत्र ठप हो जाता हैऔर विकास योजनाएं रुक जाती हैं।अधिकारी और कर्मचारी चुनाव कार्यों में व्यस्त हो जाते हैं और आम नागरिकों की दिनचर्या बाधित होती है।
उन्होंने कहा कि 1971 के बाद लोकसभा और विधानसभा चुनावों में समय का अंतर आने से देश की लोकतांत्रिक प्रक्रिया की निरंतरता बाधित हुई।
अनुच्छेद 356 का दुरुपयोग कर कई बार राज्य सरकारें गिराई गईं, जिससे संघीय ढांचे को नुकसान हुआ।
स्थिर सरकारें,नीति-निरंतरता,विकास योजनाओं में गति, संसाधनों की व्यापक बचत,शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी ढांचे में निवेश में वृद्धि
जनभागीदारी ही बनेगी आधार
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राठौड़ ने कहा कि यह केवल सरकार या पार्टी की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि पूरे राष्ट्र का सामूहिक दायित्व है।उन्होंने नागरिकों, सामाजिक संगठनों, मीडिया और राजनीतिक दलों से इस अभियान को सफल बनाने के लिए सक्रिय भागीदारी की अपील की।
अभियान के प्रदेश संयोजक सुनील भार्गव ने कहा कि डिजिटल तकनीक के माध्यम से आम नागरिक अब क्यूआर कोड स्कैन कर इस पहल को समर्थन दे सकते हैं।उन्होंने इसे लोकतंत्र को सशक्त बनाने की दिशा में मील का पत्थर बताया।