जयपुर: कृषि मंत्री डॉ. किरोडी लाल मीणा ने एसआई भर्ती 2021 को लेकर एक बार फिर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि जिस एसओजी (स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप) को भर्ती की जांच सौंपी गई थी, उसी ने इस भर्ती को रद्द करने की सिफारिश कर दी।
कृषि मंत्री डॉ. किरोडी लाल मीणा ने बताया कि पुलिस मुख्यालय, एडवोकेट जनरल, और कैबिनेट सब-कमेटी भी इस भर्ती को रद्द करने की सिफारिश कर चुके हैं। अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्णय पर निर्भर करता है कि वह इसे कब रद्द करेंगे।
एक महीने पहले हुआ था पेपर आउट:कृषि मंत्री डॉ. किरोडी लाल मीणा ने बताया कि जांच में यह बात सामने आई है कि एसआई भर्ती का पेपर राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) के सदस्य बाबूलाल कटारा ने आयोग के ही दूसरे सदस्य रामूराम राईका को परीक्षा से 30 दिन पहले दे दिया था। इससे यह अंदेशा है कि पेपर कई और लोगों तक पहुंचा होगा। मंत्री ने कहा, "यह बेहद गंभीर मामला है और इसे लेकर एसआई भर्ती रद्द होनी चाहिए। मैं पहले भी यही बात कह रहा था और आज भी यही कह रहा हूं।"
मुख्यमंत्री शर्मा पर सवाल:भर्ती रद्द न होने को लेकर पूछे गए सवाल पर कृषि मंत्री डॉ. किरोडी लाल मीणा ने कहा कि इसका कारण मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ही बता सकते हैं। उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि सीएमओ इस पर गहन जांच और कानूनी राय ले रहा होगा ताकि भर्ती रद्द करने के बाद यह मामला अदालत में अटक न जाए।"
सवाईमाधोपुर के मुद्दे पर बोले किरोड़ी:सवाईमाधोपुर जिले के छोटे होते जाने पर उन्होंने कहा कि यह कभी बहुत बड़ा जिला हुआ करता था। पहले करौली को अलग कर दिया गया और फिर महुआ को दौसा में जोड़ दिया गया। उन्होंने कहा, "अब सवाईमाधोपुर को और कितना छोटा करेंगे?"
उन्होंने यह भी कहा कि नए जिले बनाते समय जो मापदंड में फिट थे, उन्हें मंजूरी दे दी गई। परंतु छोटे-छोटे जिले राजनीतिक लाभ के लिए बनाए जाना लोकतंत्र के खिलाफ है।