Wednesday, 29 January 2025

अवैध इंजनों को हटाया जाए ताकि टेल तक पानी आसानी से पहुंच सके: डॉ. सौम्या झा


अवैध इंजनों को हटाया जाए ताकि टेल तक पानी आसानी से पहुंच सके: डॉ. सौम्या झा

रबी सीजन 2024-25 के लिए सिंचाई के पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करने हेतु गलवा और माशी बांध से नहरों में पानी छोड़ा गया। यह निर्णय जिला कलक्टर डॉ. सौम्या झा की अध्यक्षता में आयोजित जल वितरण समिति की बैठक में लिया गया।

गलवा बांध से पानी छोड़े जाने से टोंक और सवाई माधोपुर जिलों के 65 गांवों की 20,349 हेक्टेयर भूमि को सिंचाई की सुविधा मिलेगी। इस निर्णय के तहत तहसील उनियारा के 35 गांवों की 12,915.09 हेक्टेयर और सवाई माधोपुर के पावाडेरा गांव की 475.91 हेक्टेयर भूमि में सिंचाई की जाएगी।

गलवा बांध के मुख्य नहर और वितरिकाओं की स्थिति:मुख्य नहर की लंबाई: 39.32 किमी, ब्रांच एवं माइनर सिस्टम की कुल लंबाई: 107.44 किमी है।

डॉ. सौम्या झा ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि नहरों की सफाई और मरम्मत का कार्य शीघ्र पूर्ण किया जाए, ताकि पानी टेल तक आसानी से पहुंच सके। उन्होंने नहरों पर काश्तकारों द्वारा लगाए गए अवैध इंजनों को हटाने और जब्त करने के सख्त निर्देश दिए।

माशी बांध से रबी फसलों के लिए पानी छोड़ा गया, जिससे पीपलू उपखंड क्षेत्र के 29 गांवों की 6,985 हेक्टेयर भूमि सिंचित होगी।मुख्य नहर की लंबाई: 42.18 किमी और वितरिकाएं: 28.65 किमी है ।

माशी बांध में वर्तमान में 9 फीट 10 इंच पानी उपलब्ध है। बांध का पानी 5 दिन में टेल तक पहुंच जाएगा। जल वितरण समिति के अनुसार, कचोलिया, लोहरवाड़ा, आजमपुरा और अन्य माइनर में 26 नवंबर से पानी छोड़ा जाएगा।

बैठक में अतिरिक्त संभागीय आयुक्त दीप्ति शर्मा, अधीक्षण अभियंता महेश राठी, अधिशासी अभियंता देवानंद, और अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

जल संसाधन विभाग के सहायक अभियंता कानाराम गुर्जर ने बताया कि माशी बांध से पानी तीन महीने तक छोड़ा जाएगा, जिससे हजारों किसानों को राहत मिलेगी।

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