केंद्र सरकार ने 2023 बैच की पूर्व ट्रेनी IAS अफसर पूजा खेडकर को तत्काल प्रभाव से भारतीय प्रशासनिक सेवा से सेवामुक्त कर दिया है। उनके खिलाफ यह कार्रवाई IAS (परिवीक्षा) नियम, 1954 के नियम 12 के तहत की गई है। पूजा खेडकर पर आरोप है कि उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा 2022 में रिजर्वेशन का लाभ लेने के लिए अपने व्यक्तिगत विवरण में गलत जानकारी दी थी। UPSC की जांच में उन्हें दोषी पाया गया, जिसके बाद 31 जुलाई 2024 को उनका सिलेक्शन रद्द कर दिया गया।
आरोपों के अनुसार पूजा खेडकर ने अपनी उम्र, माता-पिता की जानकारी और पहचान में गलत जानकारी दी थी, साथ ही उन्होंने तय सीमा से अधिक बार सिविल सेवा परीक्षा दी थी। इन आरोपों के चलते न केवल उनका पद छिन गया, बल्कि उन पर भविष्य में UPSC की कोई भी परीक्षा देने पर रोक लगा दी गई है।
पूजा ने 28 अगस्त 2024 को दिल्ली हाईकोर्ट में यह तर्क दिया था कि UPSC को उनके खिलाफ कार्रवाई करने का अधिकार नहीं है, क्योंकि उनके सभी दस्तावेज़ 26 मई 2022 को पर्सनैलिटी टेस्ट के दौरान आयोग द्वारा वैरिफाई किए गए थे।